भारतीय उत्पादों पर अमेरिकी टैरिफ से नाराज़ कैट भोपाल, कहा – व्यापारिक हितों पर सीधा हमला
भोपाल। भारतीय उत्पादों पर अमेरिका सरकार द्वारा हाल ही में लगाए गए टैरिफ को लेकर कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) की भोपाल इकाई ने तीव्र आपत्ति जताई है। कैट के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा ने कहा कि यह निर्णय न केवल भारतीय व्यापारियों और निर्यातकों के लिए नुकसानदायक है, बल्कि यह भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार संतुलन को भी प्रभावित कर सकता है।
धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि भारत अमेरिका को हर साल 78 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के उत्पाद निर्यात करता है, जिसमें स्टील, एल्युमिनियम, टेक्सटाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मास्यूटिकल्स जैसे प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं। ऐसे में 10% से लेकर 25% तक के टैरिफ की वृद्धि सीधे-सीधे भारतीय MSME सेक्टर को झटका देने जैसा है।
उन्होंने कहा, “यह निर्णय WTO के व्यापारिक सिद्धांतों के भी विरुद्ध है और भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर प्रश्नचिह्न लगाता है। सरकार को चाहिए कि वह इस विषय को कूटनीतिक स्तर पर गंभीरता से उठाए और अमेरिका के साथ वाणिज्यिक वार्ता कर इस मसले का समाधान निकाले।”
CAIT भोपाल ने की प्रमुख मांगें:
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भारत सरकार अमेरिका से वाणिज्यिक बातचीत कर टैरिफ कम कराने की दिशा में कार्य करे।
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भारतीय निर्यातकों को वैश्विक बाज़ार में प्रतिस्पर्धा योग्य बनाने के लिए आर्थिक सहायता पैकेज प्रदान किया जाए।
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MSME सेक्टर को टेक्नोलॉजी, गुणवत्ता और ब्रांडिंग के क्षेत्र में विशेष प्रशिक्षण और सहयोग दिया जाए।
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‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को नीति स्तर पर सशक्त कर घरेलू उत्पादों को प्राथमिकता दी जाए।
धर्मेंद्र शर्मा ने यह भी कहा कि भारत की आर्थिक नींव मजबूत है और देश का व्यापारी वर्ग किसी भी वैश्विक दबाव में झुकने वाला नहीं है। उन्होंने कहा, “हम इस चुनौती को अवसर में बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह समय है जब सरकार, उद्योग और व्यापारी वर्ग मिलकर एकजुटता के साथ वैश्विक बाज़ार में भारत की हिस्सेदारी और मज़बूत करे।”