मॉनसून सत्र से पहले सर्वदलीय मंथन: पहलगाम, ऑपरेशन सिंदूर और SIR पर गरमाएंगे सियासी तेवर
नई दिल्ली
संसद के मॉनसून सत्र से पहले सरकार की ओर से रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। इसमें विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण और पहलगाम आतंकवादी हमले सहित विभिन्न मुद्दे उठाए। सरकार ने सदन के सुचारू संचालन के लिए विपक्षी दलों से सहयोग मांगा। आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने बैठक में बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के कथित चुनावी घोटाले और भारत व पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की मध्यस्थता को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे का मुद्दा उठाया। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि इंडिया गठबंधन केवल लोकसभा चुनावों के लिए है और आप विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ रही है।
समाजवादी पार्टी सांसद रामगोपाल यादव ने कहा, 'देश अब मुद्दों से भरा हुआ है लेकिन मैंने 4 बहुत महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने की बात की है। पहला- पहलगाम में जो आतंकवादी हमला हुआ और जिस तरह से उपराज्यपाल ने कहा कि इसमें इंटेलिजेंस फेलियर था, यह बहुत गंभीर मामला है और इस पर चर्चा होनी चाहिए। दूसरा- जब ऑपरेशन सिंदूर चल रहा था, उस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मैंने युद्ध बंद करवा दिया है। कल उन्होंने यह भी कहा कि 5 जेट गिराए गए थे। तीसरा- हिंदुस्तान की विदेश नीति पूरी तरह से विफल हो गई है। विदेश नीति तब सफल होती है जब हमारे मित्र देशों की संख्या बढ़ती है और दुश्मन देशों की संख्या घटती है। ऑपरेशन सिंदूर या पहलगाम की घटना पर दुनिया के किसी भी देश ने हमारा साथ नहीं दिया। अब कोई भी हमारे साथ नहीं है। इसपर चर्चा होना जरूरी है। सबसे खतरनाक बात यह है कि लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म होने जा रहा है। जिस तरह से बिहार में वोटर लिस्ट का SIR हो रहा है, वो सब देख रहे हैं। बिहार में करोड़ों लोगों के नाम काटे जा रहे हैं। यह कुछ गंभीर बाते हैं और मुझे नहीं लगता कि सरकार इसपर चर्चा कराएगी।'
बीजद सांसद ने कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया
सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के बाद बीजद सांसद सस्मित पात्रा ने कहा, 'ओडिशा में स्थिति बेहद गंभीर है। महिलाओं और बच्चियों पर लगातार हमले हो रहे हैं। सच तो यह है कि आज ओडिशा की भाजपा सरकार पूरी तरह से अक्षम, विफल है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर उसका कोई नियंत्रण नहीं है, जिससे राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा रही है। महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ जघन्य अपराध दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। इसलिए हम राज्य के अन्य मुद्दों के अलावा, इन सभी मुद्दों को संसद में उठाएंगे। हम सभी मुद्दों पर विपक्ष के साथ हैं, विपक्ष जो भी चर्चा चाहता है उसके लिए हम उनके साथ हैं।'
सर्वदलीय बैठक में कौन-कौन शामिल
केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू और उनके जूनियर मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सरकार का प्रतिनिधित्व किया। कांग्रेस के गौरव गोगोई व जयराम रमेश, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी)-शरदचंद्र पवार की सुप्रिया सुले, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) के टीआर बालू और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI-A) के नेता व केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले बैठक में भाग लेने वाले सांसदों में शामिल रहे।
ऑपरेशन सिंदूर अचानक रोकने पर सवाल
विपक्षी गठबंधन इंडिया के 24 दलों के प्रमुख नेताओं ने संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले शनिवार को ऑनलाइन मीटिंग की थी। इसमें फैसला किया था कि वे पहलगाम आतंकवादी हमले, ऑपरेशन सिंदूर को अचानक रोके जाने, भारत-पाकिस्तान सैन्य टकराव के बीच मध्यस्थता संबंधी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे, बिहार में जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और कई अन्य मुद्दों को प्रमुखता से उठाएंगे।